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सोमवार, 8 अप्रैल 2019

रूठने पर भी जो ना रूठे

रूठने पर भी जो ना रूठे,
वो बात हो तुम…

छूटने पर भी जो ना छूटे,
वो साथ हो तुम…

यूँ तो संजोयी है,
यादें मैंने दिलों में कई,
लेकिन…

जो भूले से भी ना भुलाई जा सके,
वो याद हो तुम।