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बुधवार, 12 अप्रैल 2017

😅【5 इमोशनल शायरियां】😅

1.मत रहो दूर हमसे इतना के अपने फैसले पर अफसोस हो जाये…
कल को शायद ऐसी मुलाकात हो हमारी…
के आप हमसे लिपटकर रोये और हम ख़ामोश हो जाये..??

 

2. हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,
तुझ पर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा,
ना रोते हम यूँ तेरे लिये..
अगर हमारी ज़िन्दगी में तेरे सिवा कोई ओर होता।

 

3. एक दिन, मेरी आँखों ने भी थक कर मुझसे कह दिया, ख्वाब वो देखा करो जो पूरे हो,
रोज-रोज हमसे भी रोया नही जाता।

 

4. मैने कभी किसी को खुद से दूर नही किया,
 बस जिस जिस का दिल भर गया,
वो खुद बे खुद छोड़ कर चला गया।

 

5. नाराज़गी आपसे नहीं, अपने आप से है मुझे….
कि आपके दिल में इतनी भी जगह नहीं बना पाये हम,
कि आप अपना समझ कर हमसे अपने दिल की बात कह सको।

📶【5 सच्चे प्यार वाली शायरियां】📶

1. सच्चे "प्यार" की हसरत किसे नही होती ?..
मगर सब की ऐसी "क़िस्मत" नही होती..
कोई एक होता है जो समा जाता है "दिल" में
हर किसी से तो ये "मोहब्बत" नही होती।

 

2. दो बातें उनसे की तो दिल का दर्द खो गया,
लोगो ने हमसे पूछा आज तुम्हे क्या हो गया,
हम बेकरार आँखो से सिर्फ़ हस पाए,
ये भी ना कह पाए की हमे प्यार हो गया।

 

3. जो हदसे ना गुज़र जाए वो प्यार ही क्या.
जो प्यार करने पे मजबूर ना करदे वो इकरार ही क्या.
इंतेज़ार तो सब करते हे,
साँसे टूटने तक जो साथ ना दे वो यार ही क्या।

 

4. किसी ने कहा प्यार अमृत है
किसी ने कहा प्यार ज़हर है
हम तो दोनो समझ कर पी गए
अगर अमृत हुआ तो उमर भर को प्यार मिलेगा
अगर मर गए तो तड़प तड़प कर जीना नही पड़ेगा।

 

5. मैं करता हूँ एहसास तुम्हारा
तुम भी मुझे याद अपनी दुआओं मैं रखना
कभी बिखर ना सके दर्दिश-ए-ज़माना
मुझे अपने प्यार की पनाहों मैं रखना।

मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

💘【पता करें वह आपसे सच्चा प्यार करता है।】💘

हालांकि यह जानना थोडा मुश्किल है कि क्या कोई व्यक्ति आपसे सच्चा प्यार करता है, मगर कुछ संकेत हैं जिन्हें पहचान कर आप जान सकते हैं कि आपके गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के मन में क्या है। यदि आप जानना चाहेंगे कि वह व्यक्ति जिसे आप सचमुच में चाहते हैं क्या वह भी आपसे प्रेम करता है, तब आपको इस पर ध्यान देना होगा कि वह व्यक्ति व्यवहार कैसा करता है, कहता क्या है और आपके साथ रहने पर करता क्या है। हालांकि प्यार का मतलब प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग अलग होता है, परंतु यह बता पाने के अनेक तरीके हैं कि क्या वह आपसे सच्चा प्यार करता है या उसे केवल आप पर आसक्ति है, आपको पसंद करता है, आपके पैसे से प्यार करता है या बस कुछ पलों के लिए आपकी ओर आकृष्ट हो गया है। यदि आप जानना चाहते हैं कि क्या वह आपसे सच्चा प्यार करता है तो इन चरणों का अनुपालन करिए।

■ ध्यान दीजिये कि वह व्यवहार कैसे करता है
देखिये कि क्या आपके साथ रहते समय वह स्वयं ही बना रहता है:

प्रेम होने का एक अर्थ यह भी है कि आप दूसरे व्यक्ति से पूरी तरह से खुले हों। यदि आप उस व्यक्ति के बिलकुल दूसरे ऐसे पहलू को देख पाते हैं, जो कि उसके सार्वजनिक रूप से दिखने वाले रूप से बिलकुल भिन्न है, तब शायद प्रेम है। यदि आपका साथी सार्वजनिक रूप से गंभीर और शिष्ट रहता है, परंतु आपके साथ होने पर उसका मज़ाकिया और खिलंदड़ा रूप सामने आ जाता है, तब इसका अर्थ है कि वह आपके साथ खुल रहा है और वह आपसे प्यार करता है।
यदि सामने वाला अपनी दिल की भावनाओं को भी आपके साथ बाँट सकता है और सहज रहता है तब यह प्यार है।
यदि तब ही आपके सम्मुख सहज रहता है जबकि पूरी तरह सजा धजा न हो, गिरा पड़ा हो, उसके दांतों में गंदगी अटकी हो, तब इसका अर्थ है कि वह अपने सभी पहलू आपको दिखा कर भी निश्चिंत है।

■ देखिये की क्या वह आपके साथ रह कर प्रसन्न रहता है – ऐसे दिनों में भी, जब सब कुछ ठीक नहीं भी चल रहा हो:

यदि आपके प्रिय का दिन ठीक नहीं रहा हो मगर आपको देखते ही वह खिल जाता है, तब इसका अर्थ है कि, प्यार है। यदि उसे आपसे प्रेम हैं तब आपकी एक झलक या आपकी आवाज़ निश्चय ही उसका हाल बेहतर कर देगी – चाहे थोड़ा ही क्यों न हो।
अगली बार जब वह चिढ़ा हुआ हो या उसका दिन ठीक नहीं गया हो, तब देखिये कि आपके सामने उसकी क्या प्रतिक्रिया होती है।

■ देखिये कि क्या वह आपको गूगली नज़रों से देखता है:

हालांकि यह बात सुनने में थोड़ी बेवकूफी भरी लगती है, मगर अगली बार जब आप उसकी ओर देखें, तब उसके चेहरे पर ध्यान दीजिये। क्या वह आपको मूर्खतापूर्ण, पनीली, हास्यास्पद मगर प्रेमपूर्ण नज़रों से देखता है, जिसे सिर्फ “गूगली नज़र” ही कहा जा सकता है? आपको पता चल जाएगा, जब आप उसको देखेंगी। आपको ऐसी नज़र हमेशा नहीं मिलेगी – आपको यह सुबह मिल सकती है या अनायास ही रात्रि भोज के समय।
आप शायद कभी उस व्यक्ति को इसी मुखाकृति के साथ घूरता हुआ भी पा सकती हैं।

■  देखिये कि क्या आपकी उपस्थिती में व्यक्ति को चक्कर आता है:
प्यार लोगों को चक्कर में डाल देता है, वो हवा में उड़ने लगते हैं और बिना किसी वजह के हँसते रहते हैं। यदि आप किसी व्यक्ति को अपनी उपस्थिति में ऐसा करते हुये पाएँ तब शायद उसे प्यार हो गया है। क्या आपका प्यारा, आपकी उपस्थिती में व्यग्र, उत्तेजित और बिना कारण के हंसने की सीमा पर पाया जाता है? यदि ऐसा है, तब यही प्यार है।
यदि आपने कोई ऐसी बात कही हो जो कि बस थोड़ी सी ही हास्यास्पद हो, परंतु वह व्यक्ति उस पर ठहाके लगाने लगे, तब तो उसे प्रेमरोग हो ही गया है।
यदि वह व्यक्ति आपकी उपस्थिती में थोड़ा बेचैन लगता हो या बहुत कुलबुला रहा हो तब शायद वह मात्र आपकी उपस्थिति से थोड़ा उत्तेजित हो सकता है।

■ देखिये कि क्या आपके परेशान होने से, वह भी परेशान होता है:
चाहे आपको असह्य भावनात्मक पीड़ा हो या केवल फ़्लू होने के कारण आपका रंग उड़ा हो, जो आपसे प्रेम करता है, उस पर भी उसका कुछ तो रंग चढ़ना ही चाहिए। यदि वह आपसे सचमुच में प्रेम करता है तब तो उसे भी आपके कुछ नकारात्मक मनोभावों को सोख लेना चाहिए और उसे बहुत परेशान हो जाना चाहिए क्योंकि वह तो यही चाहेगा कि आप जल्दी से जल्दी ठीक हो जाएँ।
हालांकि उसे इतना परेशान नहीं होना चाहिए जितनी आप हैं, उस व्यक्ति को आपकी मनोभावनाओं से प्रभावित होना चाहिए, क्योंकि वह तो बस आपकी खुशी ही चाहता है।

■ ध्यान दीजिये कि वह क्या कहता है।
देखिये कि क्या वह व्यक्ति आपके साथ भविष्य की चर्चा ऐसे करता है जैसे कि सब कुछ तय ही हो:
यदि व्यक्ति वास्तव में आपसे प्यार करता है, तब वह यह तो मान कर ही चलता है कि, उसके भविष्य में आप तो साथ हैं ही और उसे उसके संबंध में कभी भी परेशानी या अनिश्चय नहीं होता है। यदि वह व्यक्ति आम तौर पर नियमित रूप से यह चर्चा करता करता है कि भविष्य में आप क्या करने जा रही हैं, आप दोनों का जीवन एक, दो, या दस साल बाद साथ साथ में कैसा होगा, तब शायद वह आपसे प्यार करता है।
वास्तविक प्रतिबद्धता का अर्थ है सदैव के लिए एक दूसरे का साथ निभाना। यदि व्यक्ति भविष्य की चर्चाओं में सदैव ही आपको शामिल रखता है तब अधिक संभावना यही है कि वह आपसे सच्चा प्यार करता है।
यदि वह व्यक्ति ये बातें करता है कि आपके बच्चे कैसे लगेंगे, आप साथ साथ कहाँ पर सेवा निवृत्ति के बाद का जीवन बिताएँगे या आप मधुरात्रि के लिए कहाँ जाएँगे, तब शायद वह आपसे वास्तव में प्यार करता है।

■ देखिये कि क्या वह आपकी अर्थपूर्ण प्रशंसा करता है:
इस कथन में कि, “मुझे आपकी नई केश सज्जा पसंद है” और इसमें कि, “आपमें यह क्षमता है कि चाहे जो भी हो आप मुझे अच्छा लगवा ही देंगी” अंतर है। यदि वह व्यक्ति आपकी ऐसी प्रशंसा करता है जिससे आपके चरित्र और व्यक्तित्व के महत्वपूर्ण पहलुओं की तारीफ झलकती है, तब अधिक संभावना यही है कि वह आपसे सचमुच में प्रेम करता है।
आपके प्रेमी को हर समय आपकी प्रशंसा के पुल बांधने की आवश्यकता नहीं है – अंतर, मात्रा से नहीं परंतु गुणवत्ता से पड़ता है।

■ देखिये कि व्यक्ति जब “मुझे तुमसे प्यार है” कहता है तब क्या उसका अर्थ भी वही होता है:
याद रखिए कि “प्यार है!” और “मुझे तुमसे प्यार है” में बहुत अंतर होता है। यदि आपका व्यक्ति विशेष, आपसे सच में प्यार करता है और आपकी आँखों में आँखें डाल कर ईमानदारी से, बिना कुछ और मांगे हुये, यही कहता भी है, तब संभावना यही है कि उसका अर्थ भी यही है।
यदि इसमें कोई शक नहीं है कि वह आपसे प्यार करता है, तब वह बिना किसी कारण के भी इसको कहेगा, इसलिए नहीं कि उसे कुछ चाहिए या उसे लगता है कि यह कहना ठीक होगा।

■ देखिये कि क्या वह व्यक्ति वास्तव में आपसे खुलता है:
यदि आपका प्यारा आपसे वास्तव में प्रेम करता है तब वह वास्तव में आपसे खुलेगा और अपने विचार, भावनाएँ, डर और इच्छाएँ आपको बताएगा। यदि वह आपसे अपने बचपन, अपने पछतावे, अपने सबसे दुखद पल, और भविष्य के सबसे रूमानी सपने बता सकता है तब संभावना यह है कि यह सब इसीलिए संभव है क्योंकि वह व्यक्ति आपसे सब कुछ बता कर भी आश्वस्त है।
यदि वह व्यक्ति आपको बताता है कि, “मैंने आज से पहले यह सब किसी और को नहीं बताया है .....” तब अधिक संभावना इस बात की है कि वह सचमुच में आपसे प्रेम करता है और आप पर विश्वास भी।

■ देखिये कि क्या आपका प्रिय आपको बताता है कि जब आप दोनों अलग होते हैं तब उसे आपकी कितनी याद आती है:
यदि जब आप और आपकी प्रिया एक दूसरे से अलग होते हैं, तब भी वह आपको टेक्स्ट करके, फ़ोन कर के या ई मेल द्वारा यह बताती है कि उसे आपकी कितनी याद आती है और उसके लिए आपके बिना जीवन का कोई अर्थ ही नहीं है। यदि आप तीन सप्ताह की छुट्टी पर जाते हैं और इस बीच में आपको उससे कोई संदेश नहीं मिलता है, तब शायद यह प्यार नहीं है।
उसे आपको लगातार फ़ोन कर यह बताते रहने की आवश्यकता नहीं है कि उसे आपकी याद आ रही है।

■ देखिये कि क्या वह व्यक्ति सहज रूप से आपकी गलतियों की ओर संकेत कर सकता है:
यदि वह व्यक्ति वास्तव में आपसे प्रेम करता है तब उसके मन में आपकी कोई आदर्श छवि नहीं होगी। अगर प्यार सच्चा है, तब तो जब आपसे कोई भूल हो जाये, आप कुछ तर्कहीन बात कह बैठें या आप कुछ गलत कर बैठी हों, वह सहजता से आपको बता सकता है। हालांकि व्यक्ति को आपकी लगातार आलोचना नहीं करते रहना चाहिए, परंतु उचित आलोचना का अर्थ है कि व्यक्ति आपको वास्तव में पूरी तरह से पहचानता है और आपकी भूलों तथा आपके श्रेष्ठ गुणों, दोनों को ही स्वीकार करता है।
यदि व्यक्ति आपसे कभी भी बहस “नहीं” करता है और कभी भी आपकी आलोचना “नहीं” करता है, तब तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। सुनिश्चित करिए कि व्यक्ति वास्तव में आपसे, न कि आपके आदर्श प्रारूप से, प्यार करता है।

■ देखिये कि क्या व्यक्ति आपकी राय को वास्तव में मूल्यवान समझता है:
यदि व्यक्ति वास्तव में आपसे प्रेम करता है, तब उसे आपके विचारों की चिंता होगी – चाहे वह नए जूतों के संबंध में हो या देश की राजनीतिक परिस्थितियों के संबंध में। यदि उसे आपसे प्रेम होगा तब वह आपकी सलाह और राय, छोटे बड़े सभी मामलों पर माँगेगा। उसे आपकी राय मांगने में संकोच हो सकता है, मगर वह इसलिए माँगेगा क्योंकि वह आपसे प्रेम करता है।
वह आपकी राय हर विषय में नहीं माँगेगा – केवल उनमें जो महत्वपूर्ण हैं।

■ ध्यान दीजिये कि वह क्या करता है
देखिये कि क्या वह आपकी बात सुनता है:
यदि उसे आपसे सचमुच में प्रेम है, तब न केवल वह आपसे निस्संकोच होगी, बल्कि आप जो भी कहेंगे उसे सुनेगी भी – चाहे पहले भी क्यों न सुन चुकी हो। वह बिलकुल आपके कहे पर तो नहीं चलेगी मगर आपके दिल की बात सुनने के लिए आपके निकट रहेगी। अपने मन की बात कहने के लिए विषय बदलने के स्थान पर वह हामी भरेगी और विचारपूर्वक उत्तर देगी।
प्यार में पड़ने का मतलब केवल सुनना भी होता है। उसका अर्थ केवल बातें कर सकना ही नहीं होता है।

■ देखिये कि क्या असुविधाजनक होने पर भी – वह व्यक्ति आपके लिए सदैव बना रहता है:
ठीक है कि जब आप कुछ मज़ेदार खाने या पीने वाले हैं तब तो वह व्यक्ति सदैव आपके साथ होता है, मगर तब क्या होता है जब आपको बाहर से आने पर हवाई अड्डे से आने के लिए सवारी चाहिए होती है या जब आप बीमार होते हैं तब आपके कुत्ते की देखभाल करने के लिए मदद की आवश्यकता पड़ती है? यदि व्यक्ति वास्तव में आपसे प्यार करता है, तब वह मज़े के दौरान और परेशानी में भी आपके साथ ही रहेगा।
यदि वह व्यक्ति तब तो आप के साथ होता है जब आप खुश होते हैं, मज़ाक कर रहे होते है, आपका मूड अच्छा होता मगर जैसे ही आप दुखी या चिड़चिड़े होते हैं, वह वहाँ से भाग जाता है, तब यह प्यार नहीं है।
प्यार का मतलब है कि उसके लिए हमेशा आप को होना है – चाहे जो भी हो। सच्चे प्यार करने वाले अच्छे “और” बुरे दोनों ही गुणों को स्वीकार करते हैं और सुख तथा दुख दोनों में ही साथ रहते हैं।

■ देखिये कि क्या वह आपके लिए कुछ अच्छा करता है:
अगर व्यक्ति आपसे सचमुच में प्यार करता है तब वह आपके लिए विचारपूर्ण चीज़ें करेगा जैसे आपके व्यस्त होने पर आपकी कार में पेट्रोल भरवा देगा, आपके लिए किराना खरीद कर ला देगा या आपके बीमार हो कर घर पर रहने पर आपके पथ्य की व्यवस्था करेगा। यह एहसान लगातार नहीं होने चाहिए और न ही इनकी अति होनी चाहिए, मगर यदि वह व्यक्ति आपसे सच में प्यार करता है तो वह ऐसी चीज़ें करना चाहेगा जिनसे आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाये और आपका जीवन सहज हो सके।
सच्चे प्यार का अर्थ केवल यह नहीं है कि आप किसी व्यक्ति से क्या ले सकते हैं, बल्कि यह भी है कि आप दे क्या सकते हैं।
यदि व्यक्ति आपसे सच में प्यार करता है तब वह आपके लिए बिना कहे ही अच्छी चीज़ें करेगा। यह तो निहित होना चाहिए कि कभी कभार आपको अनुग्रह अथवा सहायता की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आपको “हर बार” किसी अच्छी चीज़ को मांगने की आवश्यकता पड़ती है, तब तो शायद यह सच्चा प्यार नहीं है।

■ देखिये कि क्या वह आपके साथ रहना चाहता है:
प्रेम में पड़ने का एक भाग यह भी है कि, सदैव साथ रहने की इच्छा हो, चाहे यह कितना भी अव्यावहारिक क्यों न हो। यदि वह व्यक्ति आपसे सचमुच में प्यार करता है तब वह आपके साथ ही रहना चाहेगा – बहुत ही अधिक। इसका मतलब यह नहीं है कि वह आप पर लदा ही रहेगा, परंतु इसका अर्थ है कि वह आपसे मिलने का कोई भी अवसर गंवाना नहीं चाहेगा।
इसका अर्थ यह नहीं है कि वह व्यक्ति आपके साथ 24/7 रहना चाहेगा। मगर यदि वह महीने में आपसे एक या दो बार मिलने का ही समय निकाल पाता है, तब तो संभावना यही है कि शायद यह प्यार नहीं है।

■ देखिये कि क्या उसे यह पता है कि कब आपको थोड़ी जगह देनी चाहिए:
यदि व्यक्ति आपसे सच में प्यार करता है, तब वह न केवल आपके साथ बहुत अधिक रहना चाहेगा, बल्कि उसे यह भी मालूम होगा कि कब आपको जगह देनी चाहिए और अपने काम करने की स्वतन्त्रता भी। अगर वह व्यक्ति “सारे” समय आपके साथ ही रहना चाहता है तब तो यह प्रेम नहीं है – यह आसक्ति है। जैसे जैसे प्यार विकसित होता है, दोनों व्यक्तियों को यह समझ में आता है कि उन्हें अलग अलग भी चीज़ें करनी होती हैं और अपनी अपनी पहचान बनानी होती है।
यदि व्यक्ति सारा दिन आपके साथ ही रहना चाहता हो, तब यह संकेत सच्चे प्रेम का नहीं बल्कि उसकी अपनी असुरक्षाओं का है।

■ देखिये कि क्या वह व्यक्ति आपको समझता है:
सच्चा प्यार समझदार होता है। हालांकि यह बात थोड़ी कमजोर लगती है, मगर आपसे प्रेम करने के लिए उसे आपको “पाना” चाहिए। अगर वह व्यक्ति वास्तव में आपके मनोभावों को समझता है, जानता है कि आप क्या चाहते हैं और इससे पहले कि आपको पता चले कि आपको किस चीज़ से खुशी मिलती है, उसे पता चल जाये, तब यह है सच्चा प्यार।
अगर आपका “कुछ भाग” अनजाना रह भी जाता है, कोई बात नहीं है – यह आवश्यक नहीं है कि आपको शत प्रतिशत समझ ही लिया जाये, मगर आपको इतना तो समझ में आना ही चाहिए कि दूसरा व्यक्ति वास्तव में अधिकतर, सचमुच में यह समझ सकता है कि आपके मन में क्या है।


■ देखिये कि क्या वह व्यक्ति सदैव आपका भला ही चाहता है – चाहे उसमें उसका भला नहीं भी हो:
यदि व्यक्ति वास्तव में आपसे प्रेम करता है, तब उसे समझ में आयेगा कि आपको ऐसा भी कुछ करना पड़ सकता है जो कि उसके लिए सर्वश्रेष्ठ नहीं हो, या उसका अर्थ हो कि आपको कुछ समय अलग भी बिताना पड़ सकता है। अगर वह आपसे सच में प्यार करता होगा, तब उसे समझ में आ जाएगा कि आपको अपना मरीन बायोलॉजी का पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए पूरी गर्मियां उस वीरान द्वीप में बितानी होंगी, या उसके साथ शाम बिताने की जगह, आपको घर जल्दी जा कर टेस्ट के लिए अच्छी नींद लेनी है।
यदि वह व्यक्ति हर समय केवल वही चाहता है जो कि “दोनों के लिए” सर्वश्रेष्ठ हो, तब वह आपको वास्तव में एक ऐसे विशिष्ट व्यक्ति की तरह नहीं देख रहा है, जिसकी अपनी आवश्यकताएँ और इच्छाएँ हों।


■ देखिये कि क्या वह आपका वास्तव में समर्थन कर रहा है:
यदि वह आपसे वास्तव में प्रेम करता है, तब वह केवल सुख में ही आपके साथ नहीं होता है, बल्कि आपके लक्ष्यों की प्राप्ति में और आपको जीवन में आगे बढ्ने में सहायता के लिए भी आपके साथ रहेगा। यदि वह वास्तव में आपसे प्यार करता होगा तब आपके खेल के समय आपकी सहायता के लिए साथ होगा, आपके शोध निबंध के समर्थन में आपके साथ होगा और आपको साथ नौकरी के साक्षात्कार में साथ ले जाने के लिए साथ होगा। और वह तब भी साथ होगा, जब आप उन विषयों पर बात करना चाहें, जो आपके लिए महत्वपूर्ण हों।
यदि वह आपसे वास्तव में प्यार करता है, तब वह आपके लक्ष्यों की प्राप्ति में और रुचियों की प्राप्ति के प्रयास में आपका समर्थन करेगा, चाहे उनसे उसका कुछ भी लेना देना न हो।

सलाह

● किसी की भी भावनाओं को मूल्यहीन मत समझिए।

● जब आप किसी की ओर आकृष्ट होते हैं, तब आप पाएंगे कि वह आपकी ओर अलग तरह से देखता या देखती है तथा आप के साथ होने पर मुस्कुराहट भी अधिक आती है।

● उनकी भावनाओं का ध्यान रखिए; जब कोई आपको पसंद करता है, तब आपकी गतिविधियों का उनके लिए बहुत मतलब होता है।

● शिष्ट बने रहिए।

● जब लोग आपसे बात नहीं करते हैं तब इसका मतलब यह नहीं है कि वे आपसे प्रेम नहीं करते हैं; हो सकता है कि वे शरमीले हों।

● मैत्री को छेड़छाड़ मत समझ लीजिये, अन्यथा आप को चोट पहुँच सकती है।

● यदि आपको संदेह हो कि वे आपको पसंद करते हैं, तब आप उनसे यह तो निश्चित ही नहीं पूछना चाहेंगे कि, “क्या आप मुझे पसंद करते हैं?” इससे वह व्यक्ति और भी शरमा जाएगा और फिर तो शायद कभी आपके साथ उठना बैठना पसंद नहीं करेगा।

● कभी भी आवश्यकता से अधिक ढील मत दीजिये। आप शायद उस व्यक्ति को खो बैठेंगे।

● यदि आपकी गर्लफ्रेंड/ बॉयफ्रेंड चिपकू लगते हों, या हर समय आपकी ही चिंता करते रहते हों, तब स्वयं से पूछिये कि क्या यह इसलिए है कि वे आपकी चिंता करते हैं। कभी कभी, वे ऐसा केवल आपके कारण करते हैं, न कि अपने लिए।

चेतावनी

● हो सकता है कि वह अभी भी आपको पसंद न करता हो। यह संभवतः इसलिए नहीं है कि आपने कुछ भूल की है, यह इस कारण भी हो सकता है कि वह किसी भी जीवन बदलने वाले निर्णय के लिए प्रतिबद्ध नहीं होना चाहता/ चाहती है।

● यदि आपने अपनी रुचि में कमी, या संभावित असुविधा के बारे में बताया हो या पहले से ही आपका कोई संबंध हो जैसे गर्लफ्रेंड/ बॉयफ्रेंड या जीवन साथी हो तब वह प्रेम के बलिदान का प्रयास भी कर सकता है, बशर्ते कि आपने किसी भी और संबंध को बनाए नहीं रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को लगातार स्पष्ट कर दिया हो।

💑【खोता जा रहा है कहीं सच्चा प्यार!】💑

प्यार वह एहसास है जिसके जीवन में होने से हर चीज़ में एक अजीब सा नयापन नजऱ आता है। प्यार करने वालों के चेहरे पर एक चमक व ताजग़ी हर समय दिखती है। प्यार करने वालों को दुनिया में हो रही घटनाओं के बारे में भी कुछ नहीं पता नहीं होता क्योंकि उन्हें तो बस अपने महबूब से अगले दिन मिलने की उत्सुकता जो हो रही होती है।

यही दो प्यार करने वाले दिल जब शादी के पवित्र बंधन में बंधते हैं तो शुरूआती कुछ दिनों के बाद ही प्यार का स्वरूप बदल जाता है। प्यार का वह अहसास दोनों को एक बोझ के समान प्रतीत होने लगता है। एक दूसरे के साथ हज़ारों तरह के क़समें वादे खाए हुए यह प्रेमी-प्रेमिका पति-पत्नी बनते ही दूर क्यों हटते प्रतीत होते हैं।

ऐसे कई उदाहरण हमें आम जिंदगी में देखने को मिल जाएंगे कि शुरूआती प्यार के बाद कलहपूर्ण जिंदगी व्यतीत होने लगी हो। अधिकतर लव मैरिज का हाल शादी के बाद कुछ ज़्यादा अच्छा नहीं होता। प्रेम का वह स्वरूप कहां खोता जा रहा है ? आखिर ऐसा क्यों होता है, क्या हमने कभी महसूस किया है।

बदलाव को महसूस करें:- शादी से पहले और बाद में फकर् होता है क्योंकि शादी से पहले तो आप और आपका हमसफर कम और कभी-कभी ही मिल पाते थे। वह साथ आपको शायद ज़्यादा अच्छा लगता होगा क्योंकि उस समय आपको कम समय में ढेर सारी बातें करनी होती होंगी पर आज जब आप शादी-शुदा जीवन व्यतीत कर रहे हैं तो हर समय का साथ है और ऐसे में कोई सदा खु़श तो नहीं रह सकता है।
नए शादी-शुदा जोड़े सपनों की दुनिया में रहते हैं पर जब धीरे-धीरे वे धरातल पर आते तो उन्हें शादी से पहले अच्छे लगने वाला साथ हर रोज़-रोज़ की सिरदर्द की तरह लगता है।
ऐसे में उन्हें चाहिए कि वे एक बदलाव के लिए तैयार रहें और जीवन की वास्तविकता को समझें।

अपने साथी को संपूर्णता की प्रतिमूर्ति न समझें:- विवाह से पहले और विवाह के बाद की स्थिति बिलकुल अलग होती है। विवाह से पहले वाले प्रेमी-प्रेमिका का साथ कुछ पलों का होता है पर विवाह के बाद साथ रहते हुए एक दूसरे के बारे में ऐसी कई बातें पता चलती हैं जिनका पता शादी के पहले नहीं होता। हम में से कोई पूर्ण नहीं होता। हम सब के अंदर मिली जुली वस्तुओं का समावेश होता है। हम सभी में कुछ अच्छी और कुछ बुरी आदतें होती हैं।
विवाह के बाद पत्नियां यह सोचती हैं कि उनका पति वैसे ही करे जैसे वे चाहें तो यह सरासर गलत है। हम सभी की अपनी-अपनी सोच है। हम अपनी बात सामने वाले पर थोप नहीं सकते। अपने पार्टनर को संपूर्णता की प्रतिमूर्ति न समझें क्योंकि आखिर हैं तो हम सब इंसान और हम सब में कोई न कोई कमी है।

जिंदगी आगे बढ़ते रहना ही तो है:- शादीशुदा जिंदगी का लुत्फ कुछ समय का ही होता है। उसके बाद तो जि़दगी एक ही ढर्रे पर चलने लगती है। समय कभी एक सा नहीं रहता। अगर आपका आज खुशगवार है तो कल नहीं भी हो सकता है। हर दिन होली और हर रात दीवाली नहीं होती।
विवाह के शुरू में हर जोड़े को बाहर घूमने का सुअवसर मिलता है पर कुछ पल के बाद जब यह घूमने फिरने का सफर ख़त्म होता है और जि़ंदगी एक रूटीन की तरह चलने लगती है उसके साथ ही शुरू होती है तकऱार जो होती है विचारों के आपस में न मिलने से।
पत्नी चाहती है कि पति घर टाइम पर आए और पति को अपने व्यस्त शेड्यूल से छुट्टी ही नहीं मिलती कि घर आए। इस तरह से दोनों के बीच में दूरियों का आना लाजि़मी ही है।

एक दूसरे को स्वतंत्रता दें:- शादी करने का यह मतलब क़तई नहीं कि आप एक दूसरे के साथ हर समय रहने के लिए बाध्य हैं। 'मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है यह कहावत सत्य है क्योंकि हम सबका अपना अपना सोशल सर्किल होता है।
शादी के बाद एक लड़का लड़की नए रिश्तों में बंधते हैं। इन रिश्तों के साथ पुराने रिश्तों की भी उतनी ही अहमियत होती है।
दोनों तरफ के रिश्तों में सामंजस्य बैठाना यूं तो मुश्किल होता है पर थोड़ी सी सूझबूझ के साथ अगर दोनों काम लें तो यह मुश्किल आसान हो जाएगी।
पति पत्नी को एक दूसरे से यह अपेक्षा नहीं करनी चाहिए कि वे केवल एक तरफ के रिश्तों की ही कद्र करें। दोनों को ही सारे रिश्तों का सम्मान करना चाहिए।
पत्नियों को लगता है कि अमुक रिश्तेदार के आने से पति को खुशी होती है और पतियों को लगता है कि फलां रिश्तेदार के यहां आने से उनकी पत्नी खुशी से फूली नहीं समा रही है।
यह ऐसी कुछ धारणाएं हैं जो पति-पत्नी के मन में होती हैं जो सरासर गलत होती हैं। अपने पार्टनर को रिश्तों के बंधनों से इतना न बांधने की कोशिश करें कि उनमें दरार पड़ जाए।

अपने अहम को प्यार में रोड़ा न बनने दें:- शादी के कुछ दिनों तक तो हम एक दूसरे का हर बड़े से बड़ा और छोटे से छोटा ख्याल रखते हैं पर जैसे-जैसे वक्त गुजऱता है, मेंहदी का रंग उतरता है, शादी की चमक फीकी पड़ती है, वैसे-वैसे पति-पत्नी का रवैय्या भी बदलता जाता है और साथ ही आती हैं परेशानियां अहम की।
सबसे अच्छा और सरल तरीक़ा यह है कि एक दूसरे के लिए ज़्यादा से ज़्यादा करने की भावना अपने अंदर जगाए रखना। अहम की समस्या विवाहित जीवन में धीरे-धीरे अपनी जड़ें फैलाती हैं और एक दिन तो नौबत यहां तक आ जाती है कि मामला तलाक़ तक पहुंच जाता है। इस समस्या से निबटने का तरीका है कि आपको एक दूसरे की भावना की कद्र करनी चाहिए और एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।

अपने पार्टनर की अवहेलना न करें:- घर की मुर्गी दाल बराबर ज़्यादातर पति इसी कहावत को आम जीवन में अपनी-अपनी पत्नियों के ऊपर चरितार्थ करते नजर आते हैं। माना कि दो पल का साथ जब जिंदगी भर का साथ बन जाता है तब रिश्तों में वह ताजग़ी नहीं रहती पर फिर भी थोड़े प्यार और धीरज से अगर काम लिया जाए तो रिश्ते खुद-ब-खुद ही समय के साथ ठीक हो जाते हैं।

🌹👀【जब से देखा है तेरी आखों में!】👀🌹

जिन लोगो को उनकी मोहब्बत मिल गयी वो बहुत ही खुशनसीब है और हम में से ज्यादतर लोग तो ऐसे है जिन्हें सिर्फ अपने महबूब की यादो से काम चलाना पड़ रहा है  तो चलिए उन लोगो के लिए कुछ पंक्तिया पेश करते है 

 

 

जब से देखा है तेरी आखों में
मोहब्बत में ऐसे हुए हैं दीवाने
कि तुम्हें कोई और देखे
तो अच्छा नहीं लगता

कुछ तुम कोरे-कोरे से,
कुछ हम सादे-सादे से,
एक आसमां पर जैसे,
दो चाँद आधे-आधे से…

 
रेशमी जुल्फें हैं तेरी,
मखमली है चेहरा तेरा
हो जाऊं तुम्हारा या
बना लूं तुम्हें अपना
 
हमारे पहले प्यार की ख़ुश्बू तेरी सांसों से आ रही है
तेरे होठों पे हल्की सी हंसी है
मेरी धड़कन बहकती जा रही है।

तेरा दीदार करने को जी चाहता है
खुद को मिटाने का जी चाहता है
पिला दो मुझे मस्ती के प्याले,
मस्ती में आने को मेरा जी चाहता है।

सोमवार, 10 अप्रैल 2017

☎【👩लड़की को फ़ोन📲 पर इम्प्रेस करने के ये 5 टिप्स जो आप के लिए बड़े काम के है !】☎

अगर आप किसी लड़की को जानते है और उससे मिले है तो जरुर आपके पास उसका नंबर भी होगा।

ऐसे में अगर आप उस लड़की को पसंद करते है और अपने दिल की बात कह नहीं पा रहे है तो सबसे अच्छा तरीका है फोन पर बात की जाए।

अगर आपने लड़की को फोन पर ही इम्प्रेस कर लिया तो समझों आपका आधा काम हो गया है।

यहाँ पर हम आपको लड़की को फोन पर इम्प्रेस करने के तरीके दे रहे है, जो किसी भी लड़की को फोन पर इम्प्रेस करने में बड़े ही कारगर सिद्ध होंगे।

तो चलिए जानते है लड़की को फोन पर इम्प्रेस करने के तरीके जिससे आप किसी भी लड़की के दिल में खास जगह बना सकते है।

लड़की को फोन पर इम्प्रेस करने के तरीके :–

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1. सही समय पर कॉल करे-
जब मन किया तब फोन उठाया और कॉल कर लिया कभी ऐसी गलती नहीं करे। लड़कियों को फोन करने का सही समय है शाम को कॉल करने का। क्योंकि इस वक्त वो फ्री भी रहेगी और आपसे अच्छे से बात भी कर पायेगी। लेकिन अगर आप सुबह या दोपहर में कॉल करेंगे तो शायद वो कॉलेज में हो या वर्किंग है तो ऑफिस में होगी, इसलिए शाम को या रात को फोन करना सही रहेगा।

2. क्या बात करे-
कभी भी लड़कियों से सीरियस बातें नहीं करनी चाहिए। कोई भी लड़की चाहती है कि आप उससे रोमांटिक, प्यार भरी और फ्लर्टी बाते करे। उससे उसकी लाइफ के बारे में पूछे उसकी परेशानियों के बारे में बात करके चिंता व्यक्त करे। इससे वह खुद ही बातों में पड़ जाएगी और आपकी बातें काफी लंबी चलेगी। लेकिन इस दौरान अपने एक्स के बारे में बिलकुल भी बात न करे नही तो आपकी बात बिगड़ भी सकती है।

3. स्वीट टॉक-
आप उसे तभी इम्प्रेस कर पाएंगे जब आप उससे प्यार भरी दबी आवाज़ में बात करेंगे, कभी भी तेज या गुस्से में बात नहीं करे। ऐसी बातें लड़की को बिलकुल अच्छी नहीं लगेगी। ज्यादा अच्छा होगा की आप उसकी पसंद की ही बातें करे जिससे वह इसमें इंटरेस्ट लेगी और तभी मौका देखकर आप उसे अपने दिल की बात बता सकते है, और फिर उसके रिप्लाई का इंतेजार करे बार-बार उससे इस बारे में नही पूछे।

4. बनावटी बातें बिलकुल ना करे-
जब भी आप उससे बातें करे रहे हो तब आप अपने असली रूप में रहे कभी भी गलती से बनावटी बातें ना करे, इसका गलत असर भी पड़ सकता है। लड़कियां बात बात में ही समझ जाएगी की आप झूठ बोल रहे है इसलिए ऐसा बिलकुल नहीं करे। बस अपनी बातों को स्वीट और सिंपल रखे इसका पॉजिटिव असर पड़ेगा।

5. कभी भी कोई विवादित बात ना करे-
कभी भी कोई ऐसी बात ना करे जिससे आप उलझ जाए, या फिर उसके किसी सीक्रेट को लेकर भी कोई बात ना करे वरना लड़की आपके हाथ से निकल सकती है। इसलिए इन बातों का ध्यान जरुर रखे।

ये 5 टिप्स बेहद काम के है इनको अपनाकर आप लड़की को फोन पर ही इम्प्रेस कर सकते है।

🌷🌹【लड़कियों के दिल पर करना हो राज तो जरूर काम आएगी ये बात!】🌹🌷

लड़कियों का दिल जीतना इतना आसान काम नहीं. अगर आप समझदारी न बरतें तो नुकसान उठाना पड़ सकता है. किसी लड़की को इंप्रेस करने के लिए कुछ खास बातों पर ध्यान देना जरूरी है. वो कौन सी बातें हैं इस बारे में हम नीचे बता रहे हैं:-

हंसी मजाक करें
लड़कियों के सामने हमेशा गंभीर बातें न करें. अपने अच्छे सेंस आॅफ ह्यूमर से उन्हें हंसाने की कोशिश करें ताकि उन्हें आपका साथ पसंद आए. हालांकि, हंसी-मजाक करने से पहले माहौल को जरूर परख लें।

मुस्कुराकर बातें शुरू करें
किसी लड़की को इंप्रेस करने के लिए टफ लुक देने की बजाए उससे मुस्कुराकर बात करें. अपनी बातों में सकारात्मकता लाएं ताकि वो आपसे बातचीत में चिड़चिड़ापन न महसूस करें।

बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें
लड़कियों से बात करते हुए अपनी बॉडी लैंग्वेंज पर जरूर ध्यान दें. आपके हाव-भाव से ऐसा न महसूस हो कि आप सिर्फ अफेयर के​ लिए बात कर रहे हैं या उन्हें छूने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही लड़कियों के हाव-भाव को भी परखें कि वो आपके साथ खुश हैं या नहीं।

बातों को सुनें
लड़कियों से बात करते हुए उनकी बातों को ध्यान से सुनें. अगर वो कुछ खास बात बता रही हैं तब तो ध्यान देना और जरूरी हो जाता है ताकि वो अकेला न महसूस करें. आप कम बोलें और उन्हें ज्यादा बोलने का मौका दें।

आंखों से हो बात
कोशिश करें कि आप कम बोलें और आंखों से बात ज्यादा बयां हो. आई कॉटेक्ट बनाने की अपनी अहमियत है. इससे आपके आत्मविश्वास का भी पता चलता है. हालांकि, उन पर बहुत ज्यादा हावी होने की कोशिश भी न करें।