जिन लोगो को उनकी मोहब्बत मिल गयी वो बहुत ही खुशनसीब है और हम में से ज्यादतर लोग तो ऐसे है जिन्हें सिर्फ अपने महबूब की यादो से काम चलाना पड़ रहा है तो चलिए उन लोगो के लिए कुछ पंक्तिया पेश करते है ।
जब से देखा है तेरी आखों में
मोहब्बत में ऐसे हुए हैं दीवाने
कि तुम्हें कोई और देखे
तो अच्छा नहीं लगता
कुछ तुम कोरे-कोरे से,
कुछ हम सादे-सादे से,
एक आसमां पर जैसे,
दो चाँद आधे-आधे से…
रेशमी जुल्फें हैं तेरी,
मखमली है चेहरा तेरा
हो जाऊं तुम्हारा या
बना लूं तुम्हें अपना
हमारे पहले प्यार की ख़ुश्बू तेरी सांसों से आ रही है
तेरे होठों पे हल्की सी हंसी है
मेरी धड़कन बहकती जा रही है।
तेरा दीदार करने को जी चाहता है
खुद को मिटाने का जी चाहता है
पिला दो मुझे मस्ती के प्याले,
मस्ती में आने को मेरा जी चाहता है।
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