स्त्री का हर व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान होता है I स्त्री हर व्यक्ति के जीवन में माता,बहन व पत्नी के रूप में योगदान करती हैं Iसभी पुरुषों को स्त्रीयों के प्रकारों के बारे में जानना अत्यंत आवश्यक है I धर्म ग्रंथों के अनुसार स्त्री के इक्कीस प्रकार बताये गए हैं,इस पोस्ट में केवल 7 प्रकार बताये गएँ हैं जो निम्न हैं :-
1.पद्मिनी स्त्री:ऐसी स्त्री उत्तम स्त्री कही जाती है Iयह स्त्री दया व स्नेह रखने वाली सौभाग्यवती,कम संतान उत्पन्न करनेवाली,चित्त मोहित करने वाली,हंस के समान चलने वाली व पतिव्रता होती है Iइनके नाक,कान व ओठ छोटे होते हैं I
2.चित्रणी:ऐसी स्त्रीयां श्रृंगार में रूचि रखने वाली व पतिव्रता होती हैं Iइनकी चाल हाथी के समान व स्वर मोर के समान होता है Iइनका मस्तिष्क गोल व नेत्र चंचल होते हैं I
3.हस्तिनी:ऐसी स्त्रीयां भोग विलासी होती हैं Iयह देखने में खूबसूरत नहीं होती हैं,लड़ाकू व अपने पति के अलावा परपुरुषों से सम्बन्ध बनाने को लालायित रहती हैं I
4.शंखिनी:ये स्त्रीयां दुराचारिणी व परपुरुष में रत रहती हैं व लम्बी होती हैं Iप्रत्येक क्षण इनमें भोग विलास की इच्छा बनी रहती है I
5.सध्यिनी:यह सरल स्वभाव की व हर तरह से पति को प्रसन्न करने वाली होती हैं I
6.मेत्रायानी:ये सुन्दर,रूपवती व गौरवर्ण होती हैं व प्रत्येक पुरुष इनको देखकर मोहित हो जाता है Iयह परपुरुषों से दूर रहती हैं I
7.कलहकारिणी:ऐसी स्त्री की भोहें हमेशा चडी हुई रहती हैं व नाम से ही स्पष्ट है कि झगडालू होती हैं Iयह द्वेष रखने वाली व पति को मारने वाली होती हैं Iइनके जमीन पर चलने से धूल उडती हैं Iयह स्त्रीयां पर पुरुषों से सम्बन्ध जोड़ने को अपनी चतुराई समझती हैं I
अत: आप मेरी पोस्ट पढ़ते रहें व अगली पोस्ट में आपको अगली 7 प्रकार की स्त्रीयों के बारे में बताऊंगा I आपको आर्टिकल पसंद आया हो तो लाइक करें व फॉलो करें I
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